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दो बरस हो गए उसको देखे हुए ।। मुरारी मंडल

 क्या खता थी जो हालात ऐसे हुए । झूठ था इश्क वो तुम ना मेरे हुए ।। चाँद था जो कभी यार मेरे लिए । दो बरस हो गए उसको देखे हुए ।। ~ मुरारी मंडल