क्या गाँधीजी भगतसिंह को बचा सकते थे? आज के दौर का युवा ना कभी लायब्रेरी में जाकर इतिहास का एक भी पन्ना पढ़ता है , ना ही कभी कोई तथ्यों को सच्चाई की कसौटी पर खंगालता है । बस उसके मोबाइल में जो झूठ किसी ने पेश किया होता है वो उसी झूठ को सच मानकर महाज्ञानी बन जाता है । आज के ज़माने में सोशल मिडिया सबसे बड़ा झू्ठ फैलाने का अड्डा है ! ! ! और हैरत की बात यह है की ज़्यादातर गाँँधीजी के विषय पर झू्ठ फैलाने, उन्हें गालियाँ देने का काम वो लोग करते हैं जो अपने आपको सबसे बड़े धार्मिक होने का दावा करते है ! ! ! जो व्यक्ति इंसान तो क्या चींटी मारने को भी महापाप समझता हो , उस व्यक्ति पर भारत के कुछ लोग भगत सिंह और उनके साथियों को मरवाने का आरोप लगा रहे हैं! खूनी , चोर , लूटेरे के भी फांसी के पक्ष में गाँधीजी कभी नही रहे , ऐसे व्यक्ति पर भगत सिंह जैसे देशभक्त को नही बचाने का आरोप ? ! बापू पर ऐसे घटिया आरोप लगाने वाले किस विचारधारा के हैं ? वो कहने की आवश्कता नहीं । भगत सिंह और उनके साथियो पर SSP जे.पी सांडर्स की हत्या का मुकदमा चल रहा था । सांडर्स हत्या कांड में भगत सिंह के अपने ही स...